Monday, May 17, 2010

EK IJAAZAT DE DO BASS..

तुम्हारी एक बेवफाई हम पे उधार थी..
आज उसे चुकाने कि इजाज़त दे दो.

एक रोज़ हमारा दिल किसी से छीन कर तुमको दे दिया था..
आज इसे उसको लौटाने कि इजाज़त दे दो.

उसके जाने के बाद ये जाना कि उसकी साँसों पर ही जी रहे थे हम..
आज चैन से मर जाने कि इजाज़त दे दो.

मन अपनी मरियादा छोड़ कर आज फिर उसके प्यार के सागर कि ओर चला है
आज डूब जाने कि इजाज़त दे दो

उजालों में लिपटा वो राह देखता होगा हमारी
हमें भी उस पार जाने कि इजाज़त दे दो

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